भारत के अनेक राज्यों में मकर संक्रांति का त्योहार अलग-अलग नाम से मनाया जाता है। इस वर्ष मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन का हिंदू धर्म में काफी महत्व है। इस दिन लोग मिलकर पतंग उड़ाते हैं। इस दिन तिल के लड्डू और खिचड़ी बनाई जाती है और इसका प्रसाद भी बांटा जाता है। मकर संक्रांति के दिन स्नान के बाद खिचड़ी और तिल से बनी चीजों का दान भी करना चाहिए। इसके अलावा सुबह पांच शुभ काम करने पर व्यक्ति की जीवन में चल रही खराब ग्रह दशा सुधर सकती है।
मुख्य द्वार पर करें यह उपाय
मकर संक्रांति के दिन सुबह उठने के बाद स्नान आदि करके घर के मुख्य द्वार की सफाई करनी चाहिए। मुख्य द्वार के दोनों तरफ हल्दी का जल छिड़कें। इसके साथ ही सूर्य देवता को भी नमन करें। घर की मंगलवार पर ऐसा उपाय करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस उपाय से घर बुरी नजर से भी बचता है।
स्नान करते समय करें ये उपाय
मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान करने का विशेष महत्व बताया गया है। हालांकि हर किसी के लिए गंगा स्नान करना संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में अगर गंगा नदी के तट पर जाकर स्नान करने में असमर्थ है तो घर पर जल में गंगाजल और काले तिल मिलाकर स्नान करना चाहिए। ऐसा करने से भी गंगा स्नान करने का पुण्य ही मिलता है। स्नान करने के बाद मंदिर की सफाई करें और सभी भगवान को नए वस्त्र पहनाए। ऐसा करने से सभी देवताओं का आशीर्वाद बना रहता है और घर में बरकत होती है।
नवग्रह के लिए करें ये उपाय
मकर संक्रांति के दिन नवग्रह के नाम से नमक, रूई, गर्म तेल, चावल, तिल, गुड, आलू का दान करना चाहिए। इसके साथ ही कुछ पैसे भी दान करने चाहिए। ऐसा करने से शुभ फल मिलता है। यह उपाय धन में भी बढ़ोतरी देता है।
करें आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ
भगवान सूर्य को अर्पित आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ मकर संक्रांति के दिन जरूर करना चाहिए। इस दिन आदित्य हृदय सूत्र का पाठ करने से व्यक्ति की कुंडली में सूर्य का शुभ प्रभाव होता है।
लगाए खिचड़ी का भोग
मकर संक्रांति के दिन उड़द की दाल और कच्चे चावल की खिचड़ी बनाकर भगवान को भोग लगाना चाहिए। इस भोग को लगाने से शनि का अशुभ प्रभाव कुंडली से दूर होता है।