कल स्थिर लग्न में करें मां लक्ष्मी की पूजा- अर्चना, धन-संपदा में होगी वृद्धि

रोशनी का महापर्व दीपावली सोमवार को है। इस दिन प्रतिष्ठान से लेकर घरों में धनलक्ष्मी की धूमधाम से आराधना होगी। पंचागों के अनुसार दिवाली सोमवार को खासकर स्थिर लग्न में मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना से धन-संपदा में वृद्धि होगी। दीपावली की तैयारी शहर से लेकर गांवों में है। आचार्य नवीनचंद्र मिश्र वैदिक ने बताया कि पंचागों के अनुसार दीपावली में स्थिर लग्न में धनलक्ष्मी की आराधना करना उत्तम होगा। त्योहार की तैयारी अंतिम चरण में है जो खरीदारी परवान पर। साफ-सफाई के बाद घरों को रंग-बिरंगे बल्बों से सजा दिया गया। घर से लेकर बाजार तक दीपावली की खुशी में सराबोर है। इधर, शनिवार की मध्य रात सभी लोगों के घर आ जाने के बाद शहरवासियों ने यम के नाम से दीप जलाएं। चिकित्सकों ने आयुर्वेद शास्त्र के जनक धनवंतरि की जयंती ने धूमधाम से मनायी।

स्थिर लग्न में मां लक्ष्मी की पूजन का समय

वृश्चिक सुबह 7.51 बजे से 10 .08 तक

धनु सुबह 10.08 बजे से 11.03 बजे तक

अभिजीत सुबह 11.36 से 12.24 बजे तक

कुंभ दोपहर 01.59 बजे से 3.30 दोपहर तक

मीन अपराह्नन 3.30 बजे से 4.14 तक

गोधूलि शाम 04.59 से 5.12 बजे तक

प्रदोष शाम 05.12 से 6.24 बजे तक

वृष शाम 06.36 से 8.33 तक

मिथुन शाम 8.33 से 9.40 रात तक

सिंह रात 01.04 से 03.18 भोर तक

कन्या रात 3.18 से 04.24 भोर तक

चौघड़िया के अनुसार पूजन का शुभ मुहूर्त

शुभ- सुबह 8.56 बजे से 7.26 तक

अमृत- सुबह 5.56 बजे से 7.26 तक

लाभ-दोपहर 2.56 बजे से 4.24 तक

अमृत शाम 4.56 बजे से 5.56 तक

शुभ रात 7.26 बजे शाम से 8.56 तक

लाभ रात 1.26 बजे से 2.56 तक

अमृत रात 2.56 से 4.26 बजे तक

Related posts

Leave a Comment