दो दिवसीय बैठक में 2200 से अधिक परियोजनाओं पर हुई चर्चा
गुणवत्ता के साथ ढांचागत परियोजनाओं का त्वरित निष्पादन सुनिश्चित करें: महाप्रबंधक /उत्तर मध्य रेलवे
श्री प्रमोद कुमार, महाप्रबंधक /उत्तर मध्य रेलवे की अध्यक्षता में दो दिवसीय कार्य समीक्षा बैठक आज दिनांक 07 अक्टूबर 2021 को उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक के दौरान उत्तर मध्य रेलवे मे चल रही 2239 परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। इसमें उत्तर मध्य रेलवे में चल रहे 60 रोड ओवर ब्रिज/रोड अंडर ब्रिज के काम भी शामिल हैं।
बैठक को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक ने गुणवत्ता बनाए रखने के साथ-साथ ढांचागत कार्यों को गति के साथ निष्पादित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों को निरीक्षण के दौरान इन परियोजना स्थलों का भी दौरा करना चाहिए। आगे कहा कि, अधिकारियों को यदि उनके नियमित निरीक्षण के दौरान यदि कोई कमी मिले तो उसको नोट करना चाहिए और आंकलन कर उन्हें दूर करने के लिए आवश्यक उपायों को नए कार्यों का प्रस्ताव देते समय ध्यान में रखना चाहिए।
ऐसे निरीक्षणों के दौरान नोट की गई कमियों को नोट किया जाना चाहिए और इन जानकारियों का अगले वर्ष के वर्क्स प्रोग्राम की तैयारी के दौरान आवश्यक रूप से उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि रेल विद्युतिकरण संगठन, आरवीएनएल जैसी विभिन्न कार्यकारी एजेंसियां क्षेत्र में परियोजनाएं क्रियांवित कर रही हैं, इसलिए कार्य की प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए एक उचित निगरानी तंत्र विकसित किया जाना चाहिए और तदनुसार लक्षित समय सीमा में कार्यों के निष्पादन के लिए एजेंसियों को सर्वोत्तम संभव सहायता प्रदान की जानी चाहिए। श्री कुमार ने इन कार्यों की प्रगति की नियमित रूप से समीक्षा करने पर भी जोर दिया और कहा कि ऐसी कार्य समीक्षा बैठकें त्रैमासिक रूप से आयोजित की जानी चाहिए।
श्री एस के मिश्रा पीसीई/उत्तर मध्य रेलवे ने अपने संबोधन में कहा कि कार्यकारी एजेंसियों को काम में तेजी लानी चाहिए क्योंकि किसी भी कार्य के लिए कोई फंड की कमी नही होने दी जाएगी।
दो दिवसीय बैठक के दौरान झांसी-कानपुर दोहरीकरण, मथुरा-पलवल चौथी लाइन, मथुरा-झांसी और प्रयागराज-दीन दयाल उपाध्याय तीसरी लाइन, प्रयागराज-बम्हरौली चौथी लाइन फ्लाईओवर के साथ, अलीगढ़ और इटावा फ्लाईओवर और अलीगढ़-दाउद खान तीसरी लाइन, ज़ोन में चल रहे सभी स्वचालित सिग्नलिंग और कम्प्यूटरीकरण कार्यों पर चर्चा की गई।