मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार की सुबह बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। भारी बारिश के कारण गोरखपुर में बाढ़ आई हुई है, जिससे नदियों के किनारे बसे कई गांवों पर संकट आ गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ सुबह साढ़े नौ बजे से सरयू नदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों गोरखपुर, संत कबीरनगर, बस्ती, अयोध्या, गोंडा एवं बाराबंकी का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। पिछले दो दिनों से हो रही बारी बारिश के कारण क्षेत्र में जलप्रलय आई हुई है।
गोरखपुर जनपद की नदियों के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण बाढ़ का संकट गहरा गया है। घाघरा नदी के किनारे बसे गांव सबसे अधिक प्रभावित हैं। गोला और खजनी तहसील के 37 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। प्रभावित गांवों में 41 नावों को लगाना पड़ा है।
घाघरा नदी बुधवार को बरहज में खतरे के निशान से 1.35 मीटर ऊपर पहुंच गई। इससे खजनी और गोला तहसील के 37 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया। इस कारण 16 हजार से अधिक लोग प्रभावित हो गए हैं। 3578 हेक्टेयर क्षेत्रफल जलमग्न हो गया है। हालांकि अयोध्या में नदी का जलस्तर नीचे आ रहा है। फिर भी नदी खतरे के निशान से 27 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।
राप्ती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, लेकिन खतरे के निशान से 47 सेंटीमीटर नीचे है। गोर्रा नदी का जलस्तर भी ऊपर की ओर जा रहा है, लेकिन अभी खतरे के निशान से 35 सेंटीमीटर नीचे है। रोहिन नदी खतरे के निशान को पार कर अब नीचे की तरफ आने लगी है। बुधवार को जलस्तर खतरे के निशान से दो सेंटीमीटर नीचे आ गया। उधर, प्रशासन बाढ़-बचाव में जुटा हुआ है। एनडीआरएफ के अलावा अन्य संस्थाओं के जवानों को अलर्ट पर रखा गया है।
अयोध्या में घाघरा नदी का जलस्तर तेजी से घट रहा है। बृहस्पतिवार से जिले में भी पानी नीचे आने लगेगा। चिंता की बात नहीं है। प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर सिंचाई विभाग मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। तटबंधों की निगरानी के लिए विभाग के इंजीनियरों के अलावा अन्य कर्मचारी तैनात हैं। नदियों के सभी तटबंध सुरक्षित हैं।
– रुपेश कुमार खरे, अधिशासी अभियंता, बाढ़ खंड 2