क्राशर – मंगल कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुई श्रीमद् भागवत कथा
मुख्य संवाददाता
प्रयागराज ! मुट्ठीगंज स्थित मुंशी राम प्रसाद की बगिया नारायण वाटिका के प्रांगण में दिव्य अध्यात्म राष्ट्र सेवा मिशन प्रयागराज इकाई के द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा रस वर्षण के प्रथम दिवस पर प्रखर राष्ट्र चिंतक डॉ अनिरुद्ध जी महाराज ने भागवत कथा के प्रथम दिवस पर कथा का रसपान कराते हुए भक्तों से कहा कि श्रीमद् भागवत हिंदू धर्म चेतना का ही परिचायक है। और भारतीय सांस्कृतिक भाव धारा का प्रतिनिधि का रूप है और अपनी अपार मानवीय संवेदनात्मक दृष्टि के कारण समग्र विश्व साहित्य में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित करने वाला ग्रंथ है। और समस्त ग्रंथों में भागवत ग्रंथ सर्वाधिक महत्वपूर्ण है और भक्ति का अनंत फल हैऔर कहा की भक्ति क्या है ? भगवान से अनन्य प्रेम हो जाना ही भक्ति है। और कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य महाराज जी कहते हैं अपने स्वरूप अनुसंधान ही भक्ति है इसलिए भक्ति के आचार्यों ने कहा है कि सांसारिक विषयों में कभी आशक्त नहीं होना चाहिए अर्थात इंद्रियों के विषयों को शरीर वाणी और मन से त्याग कर दें
कथा का शुभारंभ मंगल कलश यात्रा के साथ की गई मंगल कलश यात्रा में दिव्य राधा सखी मंडल की महिला कार्यकर्ताओं ने अपने सिर पर श्रीमद् भागवत गीता के साथ मंगल कलश सिर पर धारण कर पूरे परिवेश में चल रही थी
मंगल कलश यात्रा के संयोजक अभिलाष केसरवानी एवं अजय अग्रहरि रहे।
इस अवसर पर भाजपा महानगर गणेश केसरवानी ने गुरु पूजन एवं महाआरती करके कथा का शुभारंभ कराया।
इस अवसर पर समिति के संरक्षक कुमार नारायण ,राजेश केसरवानी, नीरज गुप्ता प्यारे लाल जायसवाल पार्षद रुचि गुप्ता उषा केसरवानी संतोष चौरसिया कुसुम केसरवानी सरिता जयसवाल विजयलक्ष्मी केसरवानी अभिलाष केसरवानी आयुष श्रीवास्तव अजय अग्रहरि सचिन मोदनवाल आलोक वैश्य राकेश जायसवाल, एवं भक्त मौजूद थे।