प्रयागराज । भारतीय रेलवे ने दिसंबर 2023 तक पूर्ण विद्युतीकरण के लक्ष्य की ओर एक और कदम बढ़ा लिया है। उसी को हासिल करने के लिए, केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन, प्रयागराज की अहमदाबाद एवं कोलकाता परियोजना ने रेलवे विद्युतीकरण के तहत पश्चिम रेलवे के राजकोट मण्डल के भाटिया-ओखा खण्ड (70 RKM) तथा दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर मण्डल के अन्तर्गत भंजपुर-बांगरीपोसी (33.98 RKM) खण्ड का विद्युतीकरण के उपरान्त 09.02.2022 को सीआरएस निरीक्षण सफलता पूर्वक पूर्ण किया गया।
भाटिया-ओखा रेल मार्ग के विद्युतीकृत होने से राजकोट से ओखा वाया द्वारिका के बीच अब बिना इंजन बदले विद्युत इंजन से रेल गड़िया चलायी जा सकेंगी। जिससे आयातित ईंधन की निर्भरता कम होने से प्रति वर्ष लगभग 100 करोड़ रुपये की बचत होगी। इस खण्ड के विद्युतीकरण होने से पर्यावरण में अनुकूलता के साथ तटीय क्षेत्र के प्रदूषण मे भी कमी आएगी । द्वारिका हिन्दुओं का पवित्र तीर्थस्थल है इस रेल मार्ग के विद्युतीकृत हो जाने से इस तीर्थस्थल पर आवागमन और सुगम हो जाएगा।
भंजपुर-बांगरीपोसी खण्ड के विद्युतीकृत होने से अब खड़गपुर मण्डल का रेल मार्ग पूर्णरूप से विद्युतीकृत हो गया है तथा इसके साथ ही दक्षिण पूर्व रेलवे के सभी ब्रोड गेज रेल मार्ग 100% विद्युतीकृत हो गया है। इस खण्ड के विद्युतीकृत होने से यातायात में वृद्धि, परिचालन में सहूलियत, परिसंपत्तियों का बेहतर उपयोग के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण से आवश्यक है।
भारतीय रेल को आर्थिक दृष्टिकोड से सुदृढ़ एवं स्वच्छ पर्यावरण के लिए संकल्पित शून्य कार्बन उत्सर्जन के साथ हरित रेल बनाने की राह में केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन प्रयागराज, अहम भूमिका निभाने में अग्रसरित है, इसी कड़ी में संगठन के अहमदाबाद तथा कोलकाता परियोजना ने सराहनीय कार्य किया है जिससे आस-पास के इलाके की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक वृद्धि होगी।
कोर के महाप्रबन्धक यशपाल सिंह, ने संगठन के अहमदाबाद एवं कोलकाता परियोजना की उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि देश के सभी ब्रॉडगेज रेल-मार्गों को पूर्ण रूप से विद्युतीकृत करने के लिए हम सभी रेल कर्मी प्रतिबद्ध हैं।