बरेका सांस्कृतिक संस्था के कलाकारों ने मनाया विश्व रंगमंच दिवस।*

वाराणसी।
विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर बनारस रेल इंजन कारखाना के नाट्य कलाकारों ने अपने ध्येय वाक्य “नाटक एक सामूहिक कला है” को चरितार्थ करते हुए आपसी एकता और सद्भाव का संकल्प लिया।
जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि हर साल पुरे विश्व में 27 मार्च यानी आज के दिन  ‘विश्व रंगमंच दिवस’  मनाया जाता है। रंगमंच एक ऐसा माध्यम है, जहां से हम अपनी बात कई हजारों लाखों लोगों तक पहुंचा सकते है।
 रंगमंच एक ऐसी विधा है, जिसके माध्यम से समाज में होने वाले हर सकारात्मक और नकारात्मक बदलाव को बड़े सूक्ष्म अंदाज में दर्शाया जाता है। बनारस रेल इंजन कारखाना में रंगमंच की भूमिका भी कुछ कम नहीं है। प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी प्रदीप कुमार सिंह के मार्गदर्शन   में सांस्कृतिक संस्था के बहुत ही उत्कृष्ट नाट्य रंगकर्मियों की टीम है,जिनके द्वारा समय-समय पर रंगमंच, नुक्कड़ नाटक द्वारा बरेका में जन जागरूकता अभियान चलाया जाता है। रेल कर्मचारियों में संरक्षा, सुरक्षा एवं स्वच्छता आदि अभियान को व्यापक रूप से जागरूक कर लगातार उनको उद्देश्यों के साथ जोड़े रखने में इनका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।
रंगमंच के माध्यम से बरेका रंगकर्मी अपने अभिनय से जागरूक किए जाने वाले संदेशों से बरेका कर्मचारियों, उनके परिवारजनों अन्य दर्शकों के सम्मुख प्रस्तुत कर सामाजिक ताने-बाने पर कटाक्ष करते हुए समाज की संरचना को सुंदर आकार देने का प्रयास करते रहते हैं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अविनाश कुमार सिंह, प्रवीण कुमार, संदीप कुमार, अमलेश श्रीवास्तव, सुशील कुमार त्रिपाठी, सुधाकर मणि, मुकेश कुमार दुबे, नीरज कुमार, राकेश कुमार श्रीवास्तव एवं शरद कुमार श्रीवास्तव आदि सांस्कृतिक संस्था रंगकर्मी सम्मिलित हुए।

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