गौशाला में सभी मूलभूत सुविधाओं जैसे सभी पशुओं के लिए शेड निर्माण

बीमार एवं छोटे बच्चों के लिए अलग से भूसा भंडारण शेड शुद्ध पेयजल जल निकासी निर्माण
प्रयागराज  । जिले में संचालित अस्थाई एवं स्थाई 100 से अधिक गोवंश संरक्षित है। जिसमें संबंधित प्रधानों का एक दिवसीय प्रशिक्षण जिलाधिकारी के निर्देश एवं मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में कृषि विज्ञान नैनी प्रशिक्षण दिया गया केवीके वैज्ञानिकों द्वारा ग्राम प्रधानों को गो आश्रय स्थल संचालन के बारे में आवश्यक जानकारी दी गई। मुख्य विकास अधिकारी प्रयागराज में प्रधान तथा खनन पट्टा धारक द्वारा गोद लिए गए गौशाला में समन्वय बनाते हुए सभी मूलभूत सुविधाओं जैसे सभी पशुओं के लिए शेड बीमार एवं छोटे बच्चों के लिए अलग से सेड भूसा भंडारण सेड शुद्ध पेयजल जल निकासी सोलर लाइट चौकीदार आवास एवं आवश्यकतानुसार बाउंड्री बाल बनाने हेतु निर्देशित किया जनपद में सरक्षित गौवंश की देखभाल ठीक प्रकार से की जाए और इन केंद्रों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु हर संभव प्रयास किया जाए
 मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ आर पी राय ने गोपलको के कार्य विभाजन के बारे में विस्तृत जानकारी दी जैसे चारा भूसा देना सफाई करना पेयजल तथा 7 * 24 घंटे गोपालक केंद्रों पर अवश्य रहे तथा गौशाला को आदर्श गौशाला बनाने के हर संभव प्रयास किया जाए
डीसी मनरेगा द्वारा मनरेगा से गौशालाओं का शुद्ध बनाने हेतु आवश्यक जानकारी दी गई डीसी एन आर एल एम द्वारा समूह के माध्यम से संचालित गो आश्रय स्थल को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सुझाव दिए गए । डिप्टी पीडी कृषि विज्ञान विभाग द्वारा भूसा प्रबंधन के बारे में अवगत कराया गया डॉ डीके पांडे डॉ आदित्य कुमार इत्यादि अधिकारी उपस्थित रहे

Related posts

Leave a Comment