पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के पूर्व महानिदेशक बशीर मेमन ने एक हैकर के इस दावे की पुष्टि की है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के कहने पर उन्हें शौचालय में बंद कर दिया गया था। बुधवार को मीडिया रिपोर्ट्स में यह खबर सामने आई है। गौरतलब है कि एक हैकर ने सिलसिलेवार ट्वीट कर मेमन और खान के बीच हुई बैठक का पूरा घटनाक्रम साझा किया था। हालांकि अब ये ट्वीट हटा दिए गए हैं।
इमरान द्वारा मरियम नवाज के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने पर जताई थी कठोर प्रतिक्रिया
जिओ टीवी के अनुसार, मेमन ने हैकर के दावों की पुष्टि करते हुए कहा है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की नेता मरियम नवाज के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने पर उन्होंने खान के प्रति कठोर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। मेमन द्वारा किए गए इस खुलासे के अनुसार, इसके बाद इमरान खान के तत्कालीन प्रधान सचिव आजम खान ने मेमन का हाथ पकड़ा और उन्हें शौचालय में ले जाकर बंद कर दिया। मेमन ने कहा कि आजम खान ने उस वक्त मुझे मेरे आचरण के लिए फटकार भी लगाई थी।
बता दें कि ऑडियो लीक का मुद्दा पिछले सप्ताह सोशल मीडिया पर आया था। एक ऑडियो में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके प्रमुख सचिव तौकीर शाह के बीच बातचीत का एक टेप सामने आया था जिससे वहां की पूरी सरकार हिल गई थी। वहीं, दूसरे ऑडियो में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, राष्ट्रीय असेंबली के स्पीकर सरदार अयाज सादिक, केंद्रीय गृह मंत्री राना सनाउल्ला, केंद्रीय रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, केंद्रीय कानून मंत्री आजम नजीर तारड़ और केंद्रीय योजना मंत्री अहसन इकबाल की आवाज होने का दावा किया जा रहा है। ये सभी प्रधानमंत्री आवास में कोई बैठक कर रहे थे। इसमें इमरान खान की पार्टी यानी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के इस्तीफों पर बात की जा रही है। वे इस्तीफों को स्वीकार करने की लंदन (नवाज शरीफ) की अनुमति के बारे में भी बात कर रहे हैं। इसके बाद शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार ने प्रधानमंत्री कार्यालय से ऑडियो लीक की जांच के आदेश दिए।